EK BINDU MAIN, DHARA TUM SWANS MAIN JEEVAN BHARA TUM. TUM HRIDAY TUM PRAN MERE. YUG ANANTO KI VARA TUM... EK BINDU MAIN.. DHARA TUM..

Tuesday, September 22, 2009

आखिरी शब्द.......

आखिरी शब्द...

रोज़ की तरह

रोज़मर्रा की वही बातें

और उनके रूप प्रतिरूप

मैं लिखने लगा था

अचानक गिर पड़ी दो लाल बूंदें कलम से

स्तब्ध था मैं

जो कभी हंसती थी, रोती थी, मचलती थी,

पर आज खामोश है,

धीर, गंभीर ,..

मेरी अथाह जिज्ञासा

और मेरे मूक प्रश्नों से उबी..

उदासी में डूबी

कलम ने रुधे गले से बताया

ये दो लाल बूंदें

सामान्य नहीं

स्वर्णिम रक्त की है

उस माटी से उठा कर लायी हूँ

जहाँ वीरो ने अपने प्राण त्याग दिए

राष्ट्र की बलि वेदी पर..

उठा लायी हूँ मैं देखकर उनका निस्वार्थ त्याग

इन बूंदों को

ताकि.. अमर हो सकूँ उनकी तरह

अगर हो सके तो लिख दो

संवेदनहीन जनमानस के सोये अन्तःस्थल पर

उन वीरों के अंतिम शब्द....

एक झटके के साथगिर पड़ा हाथ कागज के पृष्ठ पर

टूट गयी कलम अपने आखिरी शब्द कह कर..

सफ़ेद पृष्ठ पर लिखा था..

वन्देमातरम.... जय हिंद..

12 comments:

  1. टूट गयी कलम अपने आखिरी शब्द कह कर..
    सफ़ेद पृष्ठ पर लिखा था..
    वन्देमातरम.... जय हिंद..
    ब्लॉग जगत में आपका स्वागत हैं, लेखन कार्य के लिए बधाई
    यहाँ भी आयें आपके कदमो की आहट इंतजार हैं,
    http://lalitdotcom.blogspot.com
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  2. टूट गयी कलम अपने आखिरी शब्द कह कर..

    सफ़ेद पृष्ठ पर लिखा था..

    वन्देमातरम.... जय हिंद..

    kya baat hai..hamesha ki tarah ati uttaam sochne ko majboor karti kavita
    aaj hi dikha blog apka. aa kar khushi hui

    bye tc

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  3. चिट्ठा जगत में आपका हार्दिक स्वागत है. सतत लेखन के लिए शुभकामनाएं. जारी रहें.

    ---
    Till 30-09-09 लेखक / लेखिका के रूप में ज्वाइन [उल्टा तीर] - होने वाली एक क्रान्ति!

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  4. चिट्ठा जगत में आपका हार्दिक स्वागत है. सतत लेखन के लिए शुभकामनाएं. देश भक्ति की भावनाएं दिल को छू गईं। मेरे ब्लोग को भी देखें इंतजार रहेगा।

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  5. सुंदर लेखन, अच्छी कविता लिखी है

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  6. एक झटके के साथगिर पड़ा हाथ कागज के पृष्ठ पर

    टूट गयी कलम अपने आखिरी शब्द कह कर..

    सफ़ेद पृष्ठ पर लिखा था..

    वन्देमातरम.... जय हिंद..

    बहुत खूब ....!!

    लाजवाब....!!

    हमारे ब्लॉग जगत का एक जांबाज़ भी इन दिनों जख्मी है ...कई वीर मरे गए ...आपकी कविता ने आँखें नम कर दीं ....

    जय हिंद ....!!

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  7. बहुत ही बेहतरीन रचना ।

    चिट्ठाजगत में आपका स्वागत है.......भविष्य के लिये ढेर सारी शुभकामनायें.

    गुलमोहर का फूल

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  8. बहुत ही बेहतरीन रचना ।

    बहुत ही बेहतरीन रचना ।

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